Tuesday 24 July 2018

Aamir Khan Biography In Hindi - आमिर खान खान की जीवनी

Aamir Khan Biography In Hindi - आमिर खान खान की जीवनी


पूरा नाम   –  मुहम्मद आमिर हुसैन खान
जन्म        –  14 मार्च 1965
जन्मस्थान  –  मुंबई. महाराष्ट्र
पिता        –  ताहिर हुसैन
माता       –  जीनत हुसैन


Aamir Khan एक भारतीय फिल्म अभिनेता, निर्देशक, निर्माता, टेलीविज़न हस्ती, सामाजिक कार्यकर्त्ता, चलचित्र लेखक और मानव प्रेमी है. फिल्म जगत में अपने सफल करियर के बल पर उन्होंने खुद को हिंदी फिल्म जगत का सबसे मशहूर कलाकार बनाया. उनके करियर में उन्हें कई सारे पुरस्कारों से नवाज़ा गया है, जिसमे चार राष्ट्रिय फिल्म पुरस्कार और सात फिल्मफेयर अवार्ड भी शामिल है. भारत सरकार की तरफ से उन्हें 2003 में पद्मश्री और 2010 में उन्हें पद्म भूषण से भी नवाज़ा गया था.

खान का जन्म ताहिर हुसैन (फिल्म निर्माता) और जीनत हुसैन के बड़े बेटे के रूप में मुंबई में 14 मार्च 1965 को हुआ था. खान के बहोत से रिश्तेदार फिल्म जगत के सदस्य थे. जिनमे उनके अंकल नासिर हुसैन का भी समावेश था. कहा जाता है की अपनी दादी की वजह से वे दर्शनशास्त्री अबुल कलाम आजाद के भी रिश्ते में आते थे. खान अपने चार भाई-बहनों में सबसे बड़े है, उनके एक भाई है, फैसल खान और दो बहने, फरहत और निखत खान. उनका भतीजा, इमरान खान एक आधुनिक हिंदी फिल्म अभिनेता है.

आमिर खान बच्चपन में ही दो भूमिका में परदे पर आये थे. 8 साल की आयु में, नासिर हुसैन के निर्देशन वाली म्यूजिकल फिल्म यादो की बारात (1973) में उन्होंने अभिनय किया था. उसी साल उन्होंने अपने पिता द्वारा निर्मित मदहोश में भुमिका अदा की थी. खान ने बाद में प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण करने के लिए जे.बी. पेटिट स्कूल जाना शुरू किया और बाद में 8वी कक्षा तक बांद्रा की सेंट एंस स्कूल से उन्होंने शिक्षा ग्रहण की. और महिम की बॉम्बे स्कॉटिश स्कूल से 9वी और 10वी की शिक्षा ग्रहण की. खान को बचपन से ही टेनिस में बहोत रूचि थे, उन्हें टेनिस खेलना बहोत पसंद था. उनके शिक्षको का हमेशा से ही यह कहना था की, खान का ध्यान पढाई में कम और खेलने में ज्यादा है. मुंबई के नरसी मोंजी कॉलेज से उनकी 12 वी की शिक्षा प्राप्त की. खान ने अपने बचपन को आर्थिक परेशानिया होने की वजह से बहोत ‘कठिन’ बताया. उस समय उनके पिता को आर्थिक मंदी से होकर गुजरना पड़ रहा था, खान ने बताया की उनके पिता ने जिन-जिन से भी उधार ले रखा था उनके तक़रीबन दिन में 20-30 फ़ोन आते रहते थे. और खान को हमेशा से ही यह डर लगा रहता था की कही फीस ना देने की वजह से स्कूल से निकाला न जाये.

16 साल की आयु में, Aamir Khan ने एक प्रयोग किया और 40 मिनट की एक साइलेंट फिल्म (मूक फिल्म) बनाई. जिसे परानोईया का नाम दिया गया, यह फिल्म उनके स्कूल के दोस्त आदित्य भट्टाचार्य के निर्देशन में ही बनाई गयी थी. इस फिल्म को बनाने में श्रीराम लागू ने धन देकर उनकी सहायता की. जो भट्टाचार्य को अच्छी तरह से जानते थे लागू ने उन्हें हजारो रुपयों की सहायता की. खान के माता-पिता उस समय अपने अनुभव के आधार पर खान द्वारा लिए गये इस निर्णय के विरोध में थे. वे चाहते थे की फिल्मजगत में आने की बजाये उनका बेटा कोई डॉक्टर या इंजिनियर बने. और अंततः फिल्म की शूटिंग पूरी हो ही गयी. फिल्म में आमिर खान अपने सह-अभिनेता नीना गुप्ता और विक्टर बनर्जी के साथ मुख्य भूमिका में थे. उस समय भट्टाचार्य ने कहा था की उस फिल्म ने उसके करियर को एक नयी दिशा प्रदान की थी, और नया अनुभव उन्हें उस फिल्म से प्राप्त हुआ था.

खान बाद में अवांतर नाम के एक थिएटर समूह में शामिल हो गये थे, जहा एक साल तक वे परदे के पीछे की भुमिका निभाते रहे. उन्होंने अपने अभिनय की शुरुवात कंपनी के ही एक गुजराती नाटक, केसर बिना में छोटी सी भुमिका अदा कर के की. बाद में उन्होंने दो हिंदी नाटक और एक अंग्रेजी नाटक में अभिनय किया. और अपनी हाई-स्कूल की पढाई पूरी करने के बाद उन्होंने पढाई छोड़ने का निर्णय लिया, और अपने माता-पिता के निर्णय के विरुद्ध जाकर वे निर्देशक नासिर हुसैन के सहायक बने. जिन्होंने उस समय मंजिल-मंजिल (1984) और ज़बरदस्त (1985) का निर्माण किया था.


Aamir Khan Career


आमिर खान  सबसे पहले एक बाल कलाकार के रूप में फिल्म जगत में आये. और बाद में उनका पहला फिल्म अभिनय 1984 की होली फिल्म शुरू हुआ था. उन्हें अपने भाई मंसूर खान के साथ फिल्म क़यामत से क़यामत तक (1988) के लिए अपनी पहली कमर्शियल सफलता मिली और इसके लिए उन्हें फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ट मेल नवोदित पुरस्कार भी दिया गया. उस समय उनकी एक और थ्रिलर फिल्म राख (1989) ने कई पुरस्कार अपने नाम किये. 1990 के दौर में एक से बढ़कर एक सफल फिल्मे देकर उन्होंने हिंदी सिनेमा में अपना नाम स्वर्णक्षरो से लिख दिया था. उस समय उनकी सबसे सफल फिल्मो में रोमांटिक ड्रामा दिल (1990), रोमांटिक राजा हिन्दुस्तानी (1996), इसके लिए उन्हें फिल्मफेयर की तरफ से बेस्ट एक्टर का पुरस्कार भी मिला, और ड्रामा फिल्म सरफरोश (1999) भी शामिल है. हिंदी फिल्मो के अलावा उन्होंने एक कैनेडियन-भारतीय फिल्म अर्थ (Earth) (1998) में भी अभिनय किया है.

2001 में,  Aamir Khan ने एक प्रोडक्शन कंपनी की स्थापना की. और अपने प्रोडक्शन में पहली फिल्म ‘लगान’ रिलीज़ की. यह फिल्म आलोचकों और कमर्शियल लोगो की नज़र से सफल रही और साथ ही इसे सर्वश्रेष्ट विदेशी भाषा फिल्म (Best Foreign Language Film) के लिए 74 वे अकादमी पुरस्कार में भारत की अधिकारिक सुची में चुन लिया गया. इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट एक्टर का अवार्ड भी मिला और ‘लगान’ को साल की सर्वश्रेष्ट फिल्म का दर्जा दिया गया. इसके बाद फिल्म से 4 सालो तक दूर रहने के बाद खान ने प्रेरणादायक भूमिका अदा करना शुरू की और 2005 में केतन मेहता की मंगल पांडे में वे एक सिपाही के रूप में दिखे. और 4 साल के आराम के बाद 2006 में उन्होंने दो सुपरहिट फिल्म फना और रंग दे बसंती रिलीज़ की. उसी साल उन्होंने अपने करियर की शुरुवात एक निर्माता के रूप में भी की और 2007 में तारे जमीन पर का निर्माण किया. जिसे दर्शको की अच्छी प्रतिक्रिया मिली. और इसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ट निर्देशक (Best Director) का भी पुरस्कार मिला. कमर्शियली खान की सबसे सफल फिल्मो में गजनी (2008), 3-इडियट्स (2009), धुम-3 (2013), पीके (2014) शामिल है, जिनके रिलीज़ होते ही बॉलीवुड के कई रिकार्ड्स धराशाही हो गये थे.

Aamir Khan Early Life


Aamir Khan का विवाह रीना दत्ता से हुआ, जिसने क़यामत से क़यामत तक में छोटी सी भुमिका निभाई थी. उनका विवाह 18 अप्रैल 1986 को हुआ था. उन्हें दो बच्चे थे, एक बेटा. जुनैद और एक बेटी इरा. रीना ने आमिर के करियर को सफल बनाने में उनकी बहोत सहायता की थी. लेकिन फिर भी दिसम्बर 2002 में खान ने उन्हें तलाक दे दिया था, और इस तरह 15 साल की शादी में टूट गयी. रीना को ही उनके दोनों बेटे की देखभाल करने के लिए दिया गया था. 28 दिसम्बर 2005 को, खान का दूसरा विवाह किरन राव से हुआ, जो लगान फिल्म बनाते समय आशुतोष गोवारिकर की सह-निर्देशक थी. 5 दिसम्बर 2011 को उन्हें एक बेटा, जिसका नाम हे आजाद राव खान.

आज देश का बच्चा-बच्चा आमिर खान को चाहता है. उनके अनुयायी हमें भारत में ही नही बल्कि विदेशो में भी मिलते है. वे हमेशा से ही सामाजिक गतिविधियों में सक्रीय रूप से हिस्सा लेते रहे है. एक सफल कलाकार होने के साथ ही खान एक मानव प्रेमी भी है, बाद में उन्होंने समाज में हो रही गतिविधियों पर बोलना भी शुरू किया. वे कई राजनितिक गतिविधियों में हिस्सा लेने लगे और समाज सेवा करने लगे. समाज में हो रही समस्याओ को जानने के लिए उन्होंने एक टेलीविज़न शो ‘सत्यमेव जयते’ का निर्माण किया, जिसमे उन्होंने भारत में तेज़ी से बढ़ रही समस्याओ को दिखाया और साथ ही उसे रोकने की भी कोशिश की.

Aamir Khan हमेशा से लोगो को यह सलाह देते आये है की, “आप तब महान नही बनते जब आप बड़ी-बड़ी बाते करने लगते हो, जबकि आप महान तब बनते हो जब आप छोटी-छोटी बातो को समझने लगते हो.”


Aamir Khan Dialogues


जिंदगी जीने के दो ही तरीके होते है…एक जो हो रहा है होने दो, बरदाश्त करते रहो … या फिर जिम्मेदारी उठाओ उसे बदलने की. ( Movies : रंग दे बसंती )
लाढ़ोंगे तो खून बहेगा… और नहीं लाढ़ोंगे तो ये लोग खून चूस लेगे. ( फिल्म : गुलाम)
दावा भी काम ना आये, कोई दुआ ना लगे… मेरे खुदा किसी को प्यार की हवा ना लगे. ( Film : सरफ़रोश )
बच्चो काबिल बनो, काबिल… कमियाबी तो साली झक मार के पीछे भागेंगी…. ( Movie : 3 इडियट्स)

Amir khan facts in hindi 


1. आमिर फिल्म उद्योग की पृष्ठभूमि से हैं, क्योंकि उनके पिता और चाचा एक फिल्म निर्माता थे।
2. उनके चाचा अब्दुल कलाम आज़ाद एक लोकप्रिय भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे, क्योंकि उन्होंने खिलाफत आंदोलन का नेतृत्व किया था और महात्मा गांधी के प्रबल समर्थक थे। जिसके चलते उन्होंने अपने बेटे का नाम आज़ाद राव खान रखा।
3. उनके पिता द्वारा निर्मित अधिकांश फ़िल्में फ्लॉप होती थीं, जिसका मुख्य कारण वित्तीय संकट था। उस समय उन्होंने कहा कि “उन्हें दिन में 30 से अधिक फोन आते थे उधारदाताओं के और मुझे यह भी डर लगा रहता था कि अगर बच्चों की स्कूल फ़ीस का समय पर भुगतान नहीं किया गया तो उन्हें स्कूल से निकाल दिया जाएगा।”
4. वह बचपन में गुब्बारे और पतंग के बहुत दीवाने थे।
5. 8 वर्ष की उम्र में उन्होंने फिल्म ‘यादों की बारात’ में एक बाल अभिनेता के रूप में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की, जो पहली बॉलीवुड मसाला फिल्म थी। आमिर खान फिल्म - यादों की बारात में
6. आमिर बचपन से ही लॉन टेनिस खेलना पसंद करते थे, जिसके चलते उन्होंने कई बार राज्य स्तरीय चैंपियनशिप में अपने स्कूल का प्रतिनिधित्व भी किया। वह महाराष्ट्र राज्य स्तरीय टेनिस के विजेता भी थे।
7. 16 साल की उम्र में, उन्होंने अपने दोस्त आदित्य भट्टाचार्य (फिल्म निर्माता बसु भट्टाचार्य के बेटे) के साथ एक सहायक निर्देशक के रूप में कार्य किया।
8. अपनी फिल्म “कयामत से कयामत तक” के प्रचार के दौरान, आमिर अपने चचेरे भाई और सह-कलाकार राज ज़ुत्शी के साथ मुंबई की बसों और ऑटो रिक्शा में फिल्म के पोस्टर लगाने के लिए जाते थे। फिल्म "कयामत से कयामत तक" का पोस्टर
9. वर्ष 1990 में, उन्हें इंद्रकुमार की फिल्म “दिल” में लिया गया, जो आमिर की लगातार चार फ्लॉप फिल्मों के बाद एक सुपर हिट फिल्म साबित हुई। आमिर खान फिल्म दिल में
10. फिल्म गुलाम की शूटिंग के दौरान आमिर ने एक स्टंट किया, जिसमें आमिर तेज रफ़्तार ट्रेन के सामने रेल पटरी पर भागते हुए 1.3 सेकंड में रेल पटरी से कूद जाते हैं। जिसके चलते उन्हें सर्वश्रेष्ठ दृश्य के लिए 44 वें फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। लेकिन, उन्होंने पुरस्कार स्वीकार करने से इनकार कर दिया था। आमिर खान फिल्म गुलाम में
11. वर्ष 1996 में, वह एक ब्लॉकबस्टर फिल्म “राजा हिंदुस्तानी” के साथ आए, जिसे श्रोताओं ने काफी सराहा। फिल्म में करिश्मा के साथ चुंबन दृश्य एक बॉलीवुड फिल्म में सबसे लंबे समय तक चुंबन के रूप में माना जाता है। आमिर खान फिल्म राजा हिंदुस्तानी में
12. उन्हें कभी पीने की आदत नहीं थी, लेकिन एक गीत “तेरे इश्क में नाचेंगे” की शूटिंग से पहले उन्होंने एक लीटर वोदका शराब का सेवन किया, जिससे वह अपने शराबी चरित्र को अधिक कुशलता से निभा सकें। आमिर खान गीत तेरे इश्क में नाचेंगे
13. अपनी फिल्म “लगान” में भुवन के चरित्र के लिए उन्होंने अपने कानों को छिदवाया, ताकि वह वास्तविक में बालियां पहन सकें। इसके अलावा, उनके अभूतपूर्व प्रदर्शन से फिल्म ऑस्कर पुरस्कार के लिए नामांकित हुई। आमिर खान फिल्म लगान में
14. जब फ़राह खान ने आमिर खान से “ओम शांति ओम” के एक गीत में विशेष रूप से उपस्थित होने के लिए संपर्क किया, तो उन्होंने यह कहते हुए मना कर दिया कि वह शूटिंग में व्यस्त हैं और इसके लिए उनके पास अभी समय नहीं है।
15. ब्लॉकबस्टर हिट फिल्म – पीके में उनको पान का शौकीन दिखाया गया है, जिसके चलते वह पूरी फिल्म के फिल्मांकन के दौरान 100 पान प्रतिदिन खाते थे। आमिर खान फिल्म - पीके में पान खाते हुए
16. आमिर खान फिल्म डर, स्वदेश, साजन और हम आपके हैं कौन में मुख्य भूमिका के लिए पहली पसंद थे, जिसके बाद उन फिल्मों में क्रमश: शाहरुख़ खान, संजय दत्त और सलमान खान ने अभिनय किया। वह फ़िल्में बॉलीवुड में सुपरहिट साबित हुईं।
17. अपने काम के प्रति समर्पण आमिर का फिल्म उद्योग में प्रसिद्ध है, एक बार उन्हें मैडम तुसाद संग्रहालय में मोम पुतलों के अनुकरण के लिए आमंत्रित किया गया था, लेकिन उन्होंने उसमें भाग लेने से मना कर दिया, क्योंकि उस समय वह अपनी फिल्म “तारे जमीन पर” की शूटिंग में व्यस्त थे।
18. आमिर दिखावटीपन में विश्वास नहीं करते हैं और अपने जन्मदिन समारोह में एकरूपता बनाए रखते हैं। हर साल वह अपने केक को काटते हैं और उसके बाद अपने परिवार के साथ डिनर का आनंद उठाते हैं। इसके अलावा, वह हर साल अपने जन्मदिन पर धूम्रपान छोड़ने के लिए संकल्प लेते हैं, लेकिन वह अपने संकल्प को तोड़ देते हैं। आमिर खान अपने 52वें जन्मदिवस के समय
19. आमिर को राज कुमार हिरानी की फिल्म 3 इडियट्स में शर्मन जोशी वाली भूमिका की पेशकश की गई थी। हालांकि, उन्होंने रेंचो की भूमिका में अपनी रूचि दिखाई और उनकी रेंचो की भूमिका काफी लोकप्रिय हुई।
20. आमिर खान ने फिल्म 3 इडियट्स में एक नशे के दृश्य को फिल्माने के लिए वास्तव में शराब पी, जिसके कारण फिल्म में इस दृश्य को करने के लिए कैमरामैन ने कई रिटेक लिए। यहां उस दृश्य की एक झलक है :
21. एक साक्षात्कार में, आमिर ने खुलासा किया कि वह अभिजात जोशी की 3 इडियट्स की रीमेक पर कार्य कर रहे हैं, जो वर्ष 2020 में सिनेमाघरों में दिखाई जाएगी।
22. वर्ष 2012 में, वह एक भारतीय टेलीविजन टॉक शो- सत्यमेव जयते के साथ टीवी पर आए, जिसका प्रसारण स्टार प्लस, स्टार वर्ल्ड और दूरदर्शन पर किया जाता था, इस कार्यक्रम ने आठ भाषाओं में तीन सत्र पूरे किए थे।
23. वर्ष 2013 में, उन्हें टाइम पत्रिका की “विश्व के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों” की सूची में शामिल किया गया। आमिर खान टाइम पत्रिका में
24. उनकी पत्नी किरण राव को “कॉफ़ी विद करण” कार्यक्रम के माध्यम से पता चला कि आमिर नहाते समय शॉवर का इस्तेमाल करना पसंद नहीं करते हैं और वह भोजन विकार से ग्रस्त हैं।
25. आमिर ने फिल्म दंगल में अभूतपूर्व अभिनय कौशल से दर्शकों के मन को मोह लिया और जिसके चलते यह फिल्म दुनिया भर में 2000 करोड़ रुपए से अधिक की कमाई करने वाली पहली भारतीय फिल्म बन गई और वर्ष 2017 में, चीन में सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म थी।
26. उन्हें फिल्म दंगल के लिए पहली बार 28 किलो वजन बढ़ाने के लिए कहा गया था और बाद में उन्हें एक युवा महावीर सिंह फोगाट बनने के लिए 25 किलोग्राम वजन घटाने के लिए कहा गया था जिसे उन्होंने महज 5-6 महीने में घटा दिया था, जिसके बाद उन्हें व्यक्तिगत रूप से राहुल भट्ट ने प्रशिक्षित किया। आमिर खान महावीर सिंह फोगाट की भूमिका में
27. फिल्म दंगल के निर्देशक नितेश तिवारी ने एक साक्षात्कार में खुलासा किया था कि आमिर शारीरिक कसरत करते समय गाली-गलौज का प्रयोग करते हैं।
28. उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा कि “उनके लिए गुणवत्ता मात्रा से ज्यादा महत्वपूर्ण है और जिसके कारण वह एक समय में एक ही फिल्म बनाते हैं।”
29. अभिनय के अलावा, वह एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं और यूनिसेफ (UNICEF) के एक आधिकारिक राजदूत हैं, जो कुपोषण जैसी बीमारी के लिए कार्य करता है। जिसे आमिर ने 40 से अधिक लघु फिल्मों में फिल्माया। आमिर खान यूनिसेफ समारोह के दौरान
30. आमिर की दूसरी पत्नी किरण राव ने सरोगेट के माध्यम से एक बेटे को जन्म दिया, जिसके बाद वह In vitro Fertilisation का प्रसार करने लगे। आमिर अपनी दूसरी पत्नी किरण राव और बेटे के साथ
31. आमिर वर्ष 1990 से ही मीडिया रिपोर्टिंग और पुरस्कार समारोहों में जाने से परहेज करते हैं, क्योंकि जब उन्हें फिल्म “दिल” के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के रूप में नामांकित किया गया था, लेकिन बाद में उस पुरस्कार को फिल्म घायल के लिए सनी देओल को दिया गया था।
32. जब भी आमिर किसी फिल्म को साइन करते हैं, तो वह निर्देशक से कहते हैं कि पात्रों को जाने बिना ही पहले फिल्म की कहानी सुनाई जाए और फिर पूरी कहानी सुनने के बाद उन्हें जो भूमिका अच्छी लगती है वह उसको चुनते हैं।
33. आमिर रुबिक के क्यूब को हल करना काफी पसंद करते है और इस खेल में माहिर भी हैं। यहां एक वीडियो है जहां उन्होंने अपनी अगली फिल्म पर चर्चा करते हुए सिर्फ 36 सेकंड में क्यूब को हल किया है