Thursday, 23 November 2017

Virat Kohli Biography in Hindi-विराट कोहली की जीवनी

विराट कोहली की जीवनी – Virat Kohli Biography in Hindi




पूरा नाम    – विराट प्रेम कोहली
जन्म        – 5 नवम्बर 1988
जन्मस्थान – दिल्ली
पिता        – प्रेम कोहली
माता        – सरोज कोहली

विराट कोहली का जन्म 5 नवम्बर 1988 को दिल्ली में एक पंजाबी परिवार में हुआ था। उसके पिता प्रेम कोहली एक अपराधिक वकील और माता सरोज कोहली एक गृहिणी है। उन्हें एक बड़ा भाई विकाश और एक बड़ी बहन भावना भी है। उनके परिवार के अनुसार जब कोहली 3 साल के थे तभी उन्होंने क्रिकेट बैट हात में ली थी, और अपने पिता को बोलिंग करने कहा था।

कोहली उत्तम नगर में बड़े हुए और विशाल भारती पब्लिक स्कूल से शिक्षा ग्रहण की। 1998 में, पश्चिमी दिल्ली क्रिकेट अकादमी बनी और कोहली 9 साल की आयतु में ही उसमे शामिल हुए। कोहली के पिता ने तभी कोहली को अकादमी में शामिल किया जब उनके पडोसी ने उनसे कहा की, “विराट को गल्ली क्रिकेट में समय व्यर्थ नही करना चाहिये बल्कि उसे किसी अकादमी में व्यावसायिक रूप से क्रिकेट सीखना चाहिये।” राजीवकुमार शर्मा के हातो कोहली ने प्रशिक्षण लिया और सुमित डोगरा अकादमी में मैच भी खेला। 9 वी कक्षा में उन्हें सविएर कान्वेंट में डाला गया ताकि उन्हें क्रिकेट प्रशिक्षण में मदद मिल सके। खेलो के साथ ही कोहली पढाई में भी अच्छे थे, उनके शिक्षक उन्हें, “एक होनहार और बुद्धिमान बच्चा बताते है।”

18 दिसम्बर 2006 को ब्रेन स्ट्रोक की वजह से काफी दिनों तक आराम करने के बाद उनके पिता की मृत्यु हो गयी। अपने प्रारंभिक जीवन को याद करते हुए कोहली एक साक्षात्कार में बताते है की, “मैंने अपने जीवन में बहोत कुछ देखा। मैंने युवा दिनों में ही अपने पिता को खो दिया, जिससे पारिवारिक व्यापार भी डगमगा गया था, इस वजह से मुझे किराये की रूम में भी रहना पड़ा। ये समय मेरे और मेरे परिवार के लिए काफी मुश्किल था। आज भी उस समय को याद करते हुए मेरी आँखे नम हो जाती है।” कोहली के अनुसार, बचपन से ही क्रिकेट प्रशिक्षण में उनके पिता ने उनकी सहायता की थी। “मेरे पिता ही मेरे लिए सबसे बड़ा सहारा थे।” वही थे जो रोज़ मेरे साथ खेलते थे। आज भी कभी-कभी मुझे उनकी कमी महसुस होती है।

विराट कोहली क्रिकेट करियर – Virat Kohli Cricket Career




विराट कोहली एक अंतर्राष्ट्रीय भारतीय क्रिकेटर है। वे दाये-हात के बल्लेबाज है और कभी-कभी दाये-हात से बोलिंग भी कर लेते है। वे अभी टेस्ट क्रिकेट की भारतीय टीम के कप्तान और वन-डे क्रिकेट की भारतीय टीम के उप-कप्तान है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में वे रॉयल चैलेंजर बंगलौर के कप्तान है।

उन्होंने घरेलु क्रिकेट में विविध-उम्र की टीम में दिल्ली का प्रतिनिधित्व भी किया है। वे अंडर-19 टीम में भारत के कप्तान थे जिसने 2008 में मलेशिया के अंडर-19 विश्वकप में इतिहास रचा था। इसके कुछ महीनो बाद ही उन्होंने श्रीलंका के विरुद्ध अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुवात की थी। शुरू-शुरू में उन्हें टीम में आरक्षित खिलाडी के रूप में रखा जाता था, लेकिन जल्द ही वन-डे क्रिकेट में मध्यक्रम में उन्होंने अपने आप को साबित किया। 2011 में विश्वकप जितने वाली भारतीय टीम में से एक विराट कोहली थे। कोहली ने 2011 में वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ किंग्स्टन में अपना पहला टेस्ट मैच खेला। 2013 से ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका में अपने शतको के कारण उन्हें “वन-डे स्पेशलिस्ट” के नाम से जाना जाता है। इसी साल वे ICC की वन-डे रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर भी पहोचे। उस समय अपने करियर में वे पहली कार वन-डे बैट्समैन की लिस्ट में पहले स्थान पर पहोचे थे। बाद में उन्हें 20-20 प्रारूप में भी सफलता मिली, वे ICC की सर्वश्रेष्ट 20-20 बैट्समैन की सुची में भी शीर्ष पर रहे।

कोहली को 2012 में भारतीय वन-डे टीम के उप-कप्तान के रूप में नियुक्त किया गया, और बहोत से समय भारत के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की अनुपस्थिति में भी वे टीम की बागडोर सँभालते है। धोनी के 2014 में टेस्ट से सन्यास लेने के बाद से ही कोहली को टेस्ट टीम की कप्तानी सौपी गयी। कोहली ने अपने नाम कई रिकार्ड्स किये जिसमे सबसे तेज़ वन-डे शतक, वन-डे क्रिकेट में सबसे तेज़ 5000 रन और सबसे तेज़ 10 वन-डे शतक बनाना भी शामिल है। वे विश्व में अकेले ऐसे बल्लेबाज़ है जिन्होंने लगातार 4 सालो तक वनडे क्रिकेट में 1000 या उस से भी ज्यादा रन बनाये है। 2015 में, वे 20-20 में 1000 रन बनाने वाले दुनिया के सबसे तेज़ बल्लेबाज़ बन गये।

कोहली को कई पुरस्कारों से भी नवाजा गया। जैसे की 2012 में ICC ODI प्लेयर ऑफ़ द इयर और BCCI द्वारा 2011-12 का सर्वश्रेष्ट अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर। 2013 में, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपने अतुल्य योगदान के लिए उन्हें अर्जुन पुरस्कार दिया गया। स्पोर्ट प्रो, एक UK मैगज़ीन, ने कोहली को 2014 में दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा मार्केटेबल व्यक्ति बताया। कोहली ISL की टीम FC गोवा और IPTL फ्रेंचाईसी UAE रॉयल्स के सह-मालक भी है।

विराट कोहली का क्रिकेट कैरियर ::


विराट एक दायें हाथ के बल्लेबाज हैं. विराट की होम टीम Delhi हैं. आईपीएल की टीम बंगलौर है (रॉयल चैलेंजर्स बंगलुरु ). कोहली ने 2008 में अंडर – 19 का विश्व कप जीता. विराट ने अपना पहला अन्तराष्ट्रीय मैच 2008 में श्रीलंका के खिलाफ खेला और एकदिवसीय के बाद 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना पहला टेस्ट डेब्यू किया.

विराट ने एकदिवसीय की शुरुआत श्रीलंका से की. उसके बाद 2009 में आईसीसी चैम्पियन ट्राफी में शामिल किया. विराट ने 2010 में T-20 मैच खेला.  विराट 2011 विश्व कप जीतने वाली टीम के हिस्सा हैं. 2011 में विराट ने वर्ल्ड कप के पहले मैच में ही शतक लगाया था और वे ऐसा करने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने थे.


2011 में विराट नें विश्व कप में 9 पारियों में 282 रन बनाये. इसके बाद 2011 में इन्होने इंग्लैंड का दौरा किया जिसमे विराट ने 5 पारियों से 194 रन बनाये.

फिर इंग्लैंड की टीम भारत दौरे पर आई जिसमे भारत ने सीरीज 5-0 से जीती और कोहली ने 5 मैच में 270 रन बनाये. इसके बाद इंडियन टीम ने वेस्टइंडीज का दौरा किया. कोहली ने एकदिवसीय 5 मैचों में 243 रन बनाये.

2012 ऑस्ट्रेलिया दौरा में विराट को टीम में शामिल किया लेकिन भारत 4-0 से टेस्ट हार गया. लेकिन त्रिकोणीय मैचों में विराट ने 373 रन बनाये. 2012 में विराट को एशिया कप टीम का उपकप्तान बनाया गया. विराट के लिये 2012 का साल अच्छा रहा. इसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ 2 टेस्ट मैचों में 212 रन बनाये.

साल 2015 विश्व कप में पहले मैच में पाकिस्तान के खिलाफ विराट ने शतक लगाया. 2016 में विराट नें 5 टेस्ट मै इंग्लैंड के खिलाफ 640 रन बनाये. 2017

में विराट को आईसीसी चैम्पियन ट्राफी में कप्तानी का मौका मिला और विराट की कप्तानी में भारत फाइनल तक गया. 2017 में वेस्टइंडीज का दौरा भी अच्छा रहा. 2017 वर्तमान श्रीलंका दौरा 3 टेस्ट मैचों में अच्छा खेल रही हैं और 2-0 की लीड बना ली है.

विराट काफी शानदार खिलाडी है और लगातार अपने अच्छे प्रदर्शन के दम पर आज विराट भारतीय टीम के सबसे भरोसेमंद और टीम का अहम हिस्सा है. विराट के बिना टीम इंडिया आधी नजर आती है. जिस तरह से सचिन तेंदुलकर अपनी टीम के मजबूत स्तम्भ थे ठीक उसी तरह विराट आज टीम के सबसे धाकड़ खिलाडी है.

विराट की कप्तानी में जिस तरह से टीम इंडिया ने जीत की रफ़्तार पकड़ी है उससे लगता है की टीम इंडिया का भविष्य का काफी शानदार है. विराट लगातार अच्छा प्रदर्शन दे रहे है और टीम इंडिया का नाम ऊँचा करने में लगे है. ऐसे महान खिलाडी पर हमें गर्व है.