भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण की कई लीलाओं के बारे में आपने सुना ही होगा . लेकिन क्या आपने कभी श्रीकृष्ण के गुरु के बारे में सुना है. उनसे जुड़ी कहानियों को पढ़ा है अगर नहीं तो आइएये हम आप लोगो को , जन्माष्टमी के मौके पर भगवान श्री कृष्ण से जुड़ी वो बातें बतायेगे , जो हैरान करने वाली हैं और जिनके बारे में आप नहीं जानते है |
1. कृष्ण के कुल 108 नाम हैं, जिनमें गोविंद, गोपाल, घनश्याम, गिरधारी, मोहन, बांके बिहारी, बनवारी, चक्रधर, देवकीनंदन, हरि, और कन्हैया ये नाम कुछ ज्यादा ही प्रमुख हैं |
2. श्री कृष्ण अपने गुरु संदिपनी को गुरु दक्षिणा देने के लिए श्री कृष्ण ने उनके मृत बेटे को जीवित कर दिया था |
3. श्री कृष्ण की कुल 8 पटरानी और 16108 पत्नियां थीं |
4. देवकी की सातवीं संतान बलराम थे ,आठवीं संतान कृष्ण थे , भगवान ने बाकी छह को भी देवकी से मिलवाया था |
5. श्री कृष्ण से भगवत गीता सबसे पहले अर्जुन ने नहीं, बल्कि हनुमान और संजय ने सुनी थी. हनुमान कुरुक्षेत्र के युद्ध के दौरान अर्जुन के रथ में सबसे ऊपर सवार थे.
6. लोग ऐसा कहते है कि श्रीकृष्ण के मानव अवतार का अंत एक शिकारी के तीर से हुआ था |
7. शेषनाग के अवतार रोहिणी के पुत्र का नाम बलराम था ।
8. राधा बरसाना की रहने वाली थीं, ऐसा कहानियों में वर्णित है लेकिन नंदगोपाल की यह सखि उनकी हमजोली नहीं बल्कि उम्र में उनसे बड़ी थीं, ऐसा बरसाना वाले कहते हैं।
9. श्री कृष्ण के धनुष का नाम शारंग और अस्त्र का नाम सुदर्शन चक्र था।
10. भगवान श्री कृष्ण की गदा का नाम कौमोदकी और शंख को पांचजन्य कहते थे।
11. बलराम का जन्म अष्टमी के दो दिन पहले अर्थात छठ के दिन मनाया जाता है, जिसे कि 'ललई छठ' के रूप में देश में मनाया जाता है।
8. राधा बरसाना की रहने वाली थीं, ऐसा कहानियों में वर्णित है लेकिन नंदगोपाल की यह सखि उनकी हमजोली नहीं बल्कि उम्र में उनसे बड़ी थीं, ऐसा बरसाना वाले कहते हैं।
9. श्री कृष्ण के धनुष का नाम शारंग और अस्त्र का नाम सुदर्शन चक्र था।
10. भगवान श्री कृष्ण की गदा का नाम कौमोदकी और शंख को पांचजन्य कहते थे।
11. बलराम का जन्म अष्टमी के दो दिन पहले अर्थात छठ के दिन मनाया जाता है, जिसे कि 'ललई छठ' के रूप में देश में मनाया जाता है।